मुंबई. सेंट्रल रेलवे का मुंबई डिवीजन भारतीय रेल सेवा के लिए मिशाल है। यहां से रोज लगभग 42 लोख लोग यात्रा करते हैं। इस वर्ष बारिश ने सेंट्रल रेलवे को अभूतपूर्व नुकसान पहुंचाया। इसके बावजूद सेंट्रल रेलवे ने बहुत से महत्वपूर्ण कार्य किए। वर्ष 2019 में कई पहल की है। रेलवे ने अपने बुनियादी ढांचे को मजबूत किया है और अपने ग्राहकों और यात्रियों की यात्रा को आरामदायक बनाने के लिए विभिन्न उपायों को क्रियान्वित किया है। इस वर्ष मुंबई की लाइफ लाइन माने जाने वाली लोकल ट्रेनों में सुधार पर जोर दिया गया। रेलवे में ट्रेन दुर्घटना से होने वाली मौतों पर लगाम लगाने के लिए भी महत्वपूर्ण कदम उठाए। कई नए फुटओवर ब्रिज बनाए गए। बाऊंड्री वाल तैयार किया गया और बड़े पैमाने पर यात्रियों को जागरुक किया गया। सेंट्रल रेलवे के मुंबई डिवीजन ने विजन 2020 के तहत कई तरह के कार्य करने का बीड़ा उठाया है। इसमें एसी उपनगरीय (लोकल) सेवाओं का संचालन, नेरल और माथेरान लाइट रेलवे पर सेवाएं फिर से शुरू करना, अधिक एफओबी, लिफ्ट, एस्केलेटर, वाई-फाई करे चरणबद्ध तरीके से लगाना। नई लाइनों का शुभारंभ, दोहरीकरण एवं विद्युतीकरण का लक्ष्य रखा है। लोकल ट्रेनों के लिए ऐसा रहा वर्ष 2019 15- डिब्बों की लोकल सेवाओं को 16 से बढ़ाकर 22 कर दिया गया, 25त्न यात्रियों की वृद्धि हुई। ट्रेल टर्मिनस का गठन एक अत्यंत महत्वपूर्ण काम था। 38 दादर सेवाओं का परेल तक विस्तार किया गया। हार्बर लाइन की सेवाएं प्रतिदिन 614 हो गईं। ट्रांस-हार्बर लाइन पर कुल सेवाएं प्रतिदिन 262। मेन लाइन पर कुल सेवाएं 856 से बढक़र 858 दैनिक हो गईं कुल उपनगरीय सेवाएं 1772 से बढकर 1774 दैनिक हो गईं। बड़े पैमाने पर रेल दुर्घटनाओं में कमी आईं। सुविधाओं को बढ़ाया 262 विशेष ट्रेनें ग्रीष्म अवकाश, त्योहार की छुट्टियां में चलाई गईं। अमन लॉज-माथेरान शटल सेवा फिर शुरू की (सप्ताह के दिनों में 8 जोड़े और वीकेंड में 10 जोड़े फुट ओवर ब्रिज (एफओबी)- वर्ष 2019 के दौरान सेंट्रल रेलवे पर 14 एफओबी प्रदान किए गए थे और सेंट्रल रेलवे के मुंबई डिवीजन में वर्तमान में एफओबी 10 है। आगे 56 नए पुलों की योजना बनाई गई है, 2019 के दौरान 9 एस्केलेटर लगाए गए । मुंबई मंडल में कुल एस्केलेटर 67 एवं सेंट्रल रेलवे में कुल 106 है सेंट्रल रेलवे में 123 एस्केलेटर की योजना है। लिफ्ट- परेल में एक लिफ्ट के प्रावधान के साथ, मुंबई मंडल में कुल लिफ्टों में 41 - सेंट्रल रेलवे में 62 और 127 आगे की योजना बनाई गई हैं। वाई-फाई - 348 स्टेशनों पर प्रदान किया गया और 35 स्टेशनों पर भविष्य में प्रदान करने की योजना है। प्लेटफॉर्म की ऊंचाई को उठाना - सभी 273 प्लेटफार्मों को 900 मिमी तक बढ़ाया गया।