बीएमसी मुंबई, देश की आर्थिक राजधानी मुंबई की ऊंचीऊंची इमारतों में लगातार बाढ़ रही आग की घटनाओं से पिछले 7 सालों में 386 लोग जान गंवा चुके हैं, जबकि इस दौरान मुंबई में 13,226 दुर्घटनाओं में 1,498 लोग झुलस या घायल हो चुके हैं। शहर में आग की बढ़ती दुर्घटनाओं को देखते हुए बीएमसी ने फायर ब्रिगेड को आधुनिक तकनीकों से लैस करने का फैसला किया हैबीएमसी का मानना है कि फायर ब्रिगेड जितना अधिक आधुनिक तकनीकों का प्रयोग करेगा, उतना ही कम जान-माल का नुकसान होगा। बीएमसी ने आग की घटनाओं को रोकने के लिए सभी 24 विभागों में स्वतंत्र अग्निसुरक्षा पालन कक्ष की स्थापना करने का निर्णय लिया है। मुंबई में 2018 इंतजाम में आग की घटनाओं में 52 लोगों को गंवानी पड़ी थी, जबकि 2019 में यह संख्या घट कर 28 रह गई थी। शहर और उपनगरों में लगातार हाईराइज इमारतों का निर्माण हो रहा है, जिससे वहां आग पर काबू पाने में फायर ब्रिगेड को काफी मशक्कत करनी पड़ती हैसाथ बरसात के दिनों में बाढ़ जैसी स्थिति, लिफ्ट दुर्घटना, नालों में गिर कर होने वाली दुर्घटना से होने वाली मौतों, वृक्ष गिरने जैसी घटनाएं लगातार हो रही हैं। इससे डेढ़ करोड़ की आबादी वाली मुंबई में फायर ब्रिगेड की जिम्मेदारी काफी बढ़ गई है।। ठाकुर विलेज, कांदिवली (पूर्व ) और एलबीएस मार्ग कांजूरमार्ग पश्चिम) में दो नए फायर ब्रिगेड सेंटर बनाए जाएंगे।
आग की घटनाओं से निपटने को बीएमसी करेगी हाईटेक इंतजाम