अंकिता मर्डर: उद्धव ठाकरे बोलेबर्बरता बताने को लफ्ज नहीं

महाराष्ट्र के वर्धा जिले में संयम से काम लें। इस मामले के जिंदा जलाई गई महिला लेक्चरर आरोपियों को जल्द सजा मिलेगी की मौत के बाद राज्य में लोगों ने और सरकार भी इसके लिए इस घटना के खिलाफ विरोध सख्त कार्रवाई करेगी। प्रदर्शन शुरू कर दिए हैं। सीएम के इस बयान से पहले 3 लेक्चरर अंकिता पिसुड्डे की मौत फरवरी को हुई नृशंस घटना के के बाद सीएम उद्धव ठाकरे ने बाद से ही वर्धा जिले में विरोध लोगों से संयम बरतने की अपील प्रदर्शन हुए हैं। नागपुर में करते हुए दोषियों पर कड़ी अंकिता की मौत के बाद उनके कार्रवाई करने की बात कही है। परिजनों ने स्थानीय लोगों के देने की मांग की थी। बता दें कि सीएम ने अंकिता की मौत पर साथ नागपुर हैदराबाद हाइवे पर अंकिता को जिंदा जलाने की दुख जताते हुए कहा कि यह एक चक्काजाम किया था। इसके घटना के बाद उनका नागपुर के बर्बर घटना है और मेरे पास इसे अलावा कई लोगों ने यहां ऑरेंज सिटी हॉस्पिटल ऐंड बयां करने को शब्द नहीं हैं। मैं सरकार विरोधी नारेबाजी करते रिसर्च सेंटर में इलाज चल रहा . लोगों से अपील करता हूं कि वह हुए आरोपी को फांसी की सजा था।


४० फीसदी तक जल गई थी अंकिता  इससे पहले सोमवार सुबह 7.43 बजे अस्पताल की ओर से जारी मेडिकल बुलेटिन में कहा गया कि आग में अंकिता बुरी तरह झुलस गई थीं और आज उन्होंने दम तोड़ दिया। शुक्रवार देर रात से वह वेंटिलेटर पर थीं। वर्धा जिले में विकेश नगराले (27) ने हिंगणघाट निवासी अंकिता पिसुड्डे (25) को तीन फरवरी को जिंदा जला दिया था। आग में वह 40 प्रतिशत जल गई थीं।


"दो साल पहले तक दोस्त था आरोपी'  अंकिता ने बॉटनी में पोस्ट ग्रैजुएट डिग्री ली थी और वह अपनी बीएड डिग्री पूरी करने वाली थी। अंकिता के रिश्तेदारों के अनुसार नगराले पिछले कुछ समय से अंकिता को परेशान कर रहा था। घटना के कुछ घंटे बाद ही उसे गिरफ्तार कर लिया गया भी जेल में बंद । अब उसके खिलाफ हत्या की धारा भी जुड़ेगी। पुलिस ने पहले बताया था कि नगराले पीड़िता का दो साल पहले तक दोस्त था। उसके अनुचित व्यवहार के चलते अंकिता ने उससे संबंध खत्म कर लिया था, जिसके बाद वह उसका पीछा करने लगा।