कोरोना वाइरस डुबा रहा है आपका पैसा!

वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन ने कोरोना वाइरस को ग्लोबल हेल्थ इमर्जेंसी करार दिया है। चीन में इसके कारण 1700 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि पूरी दुनिया में 60 हजार लोग इससे संक्रमित बताए जा रहे हैं। कोरोना का असर अब ग्लोबल कैपिटल मार्केट पर साफ-साफ दिखने लगा है। चीन में व्यापार बुरी तरह प्रभावित हुआ है, जबकि डिमांड में भारी गिरावट आई है। जानकारों का कहना है कि इसका तात्कालिक असर शेयर बाजार पर भी रहेगा।


मैक्रो इकनॉमिक लेवल पर खतरा ज्यादा 


वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गनाइजेशन का कहना है कि मैक्रो इकनॉमिक लेवल पर इस तरह के प्रकोप का गंभीर असर होता है। चीन विश्व में मचेंडाइज का सबसे बड़ा निर्यातक और दूसरे सबसे बड़ा आयातक है। यही वजह है कि डिमांड और सप्लाई चेन में चीन की अहमियत काफी है। चीन भारत का सबसे बड़ा ट्रेड पार्टनर भी है और भारत के आयात में चीन का योगदान 14 फीसदी के करीब है। कोरोना के कारण कई एजेंसियों ने चीन की विकास दर का अनुमान घटा दिया है। श्इ का कहना है कि विकास दर में 20 पॉइंट्स तक की गिरावट दर्ज की जा सकती है।


चीन को बढ़ा निर्यात जिसपर होगा असर 


पिछले कुछ सालों में भारत का चीन को निर्यात बढ़ा है। 2016-17 में भारत ने चीन को 10.2 अरब डॉलर, 2017-18 में 13.3 अरब डॉलर और 2018-19 में 16.8 अरब डॉलर का निर्यात किया है।