इंसान ही नहीं, अर्थव्यवस्था भी लील रहा कोरोना

पेरिस, दुनिया के कई देशों में कोरोना वायरस के प्रकोप से वैश्विक अर्थव्यवस्था पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। एक ग्लोबल एजेंसी का मानना है कि एक दशक पहले आई मंदी के बाद ऐसा पहली बार होगा, जब चालू तिमाही में वैश्विक अर्थव्यवस्था में गिरावट देखी जाएगी। हालत यह है कि एजेंसी ने आर्थिक सहयोग एवं विकास संगठन ने वैश्विक अर्थव्यवस्था के विकास दर अनुमान को आधा फीसदी घटाकर 2.45 कर दिया है और कहा है कि अगर कोरोना वायरस के प्रकोप में और विस्तार हुआ तथा यह लंबे समय तक रहता है तो विकास दर का आंकड़ा गिरकर 1.55 तक जा सकता है।


अर्थव्यवस्था की वृद्धि संभावना कमजोर कोरोना वायरस के असर को लेकर एक विशेष रिपोर्ट में ने हालांकि सोमवार को कहा कि कुल मिलाकर इस साल अर्थव्यवस्था में वृद्धि रहने और अगले साल उछाल आने की अभी भी उम्मीद है। ओईसीडी ने कहा, 'दुनियाभर में भारी तादाद में लोग इस वायरस के शिकार हुए हैं और 3,000 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है।