कोरोना संक्रमितों का सरकारी भवनों में इलाज कराएं: कुमारस्वामी


बेंगलूरु, जनतादल-एस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने सलाह दी है कि कोरोना वायरस संक्रमितों को खाली पड़े सरकारी भवनों में रखकर उनका उपचार किया जाना चाहिए। उन्होंने रविवार को ट्वीटर संदेश में कहा कि अन्य रोगियों के साथ कोरोना वायरस के संक्रमितों को रखकर इलाज करना कहां तक ठीक है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरिस के संक्रमितों को पृथक रखकर उपचार करना एहतियाती कदम होगा और इसके लिए कुछ सरकारी अस्पतालों में पृथक वार्ड खोलने की बात सरकार कह रही है।


अन्य रोगियों के साथ कोरोना संक्रमितों का उपचार करने के बजाय खाली पड़े सरकारी भवनों का इस्तेमाल किया जाना चाहिए। राज्य में अनेक सरकारी व निजी भवन खाली पड़े हुए हैं जिनको संक्रमितों का इलाज करने के पृथक केन्द्रों में परिवर्तित किया जाना चाहिए। ऐसे केन्द्र जन भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों से दूर खोले जाने चाहिए और इन्हीं केन्द्रों में संदिग्ध रोगियों के रक्त के नमूने एकत्रित किए जाने चाहिए। कुमारस्वामी ने कहा कि सुरक्षा के कदमों का विवरण पेश करना सरकारी प्रचार की सामग्री नहीं बनाना चाहिए। यदि ऐसा किया जाता है तो लोगों में चिंताएं और बढ़ेगी।


यह सामूहिक चिंता बन जाएगी और इसका लोगों के दैनन्दिन जीवन पर असर होगा। कुमारस्वामी ने कहा कि कोरोना वायरस के विरुद्ध उठाए गए कदमों के बारे में जनता को जानकारी देने के मामले में दो ध्रुव बन गए प्रतीत होते हैं।स्वास्थ्य मंत्री व मेडिकल शिक्षा मंत्री को एक राय होकर काम करना चाहिए। दोनों ही विभागों के बीच आपस में सामंजस्य रहना चाहिए। यह प्रचार पाने का प्रहसन नहीं बनना चाहिए और लोगों में भ्रम पैदा नहीं होना चाहिए।