महाराष्ट्र में महामारी की स्थिति नहीं: मुख्यमंत्री
मुंबई, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य विधानसभा में घोषणा करते हुए। कहा कि सरकार शुक्रवार रात 12 बजे से महामारी रोग अधिनियम 1897 लागू कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने यह फैसला लोगों की व्यापक सुरक्षा के मद्देनजर लिया है। हालांकि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र में कोरोना को लेकर अभी महामारी जैसी स्थिति नहीं है। राज्य में कोरोना के जो मरीज पाए गए हैं, उनमें रोग के लक्षण तीव्र नहीं हैं। लेकिन सरकार किसी तरह का कोई खतरा मोल नहीं लेना चाहती।
मुंबई। कोरोना वायरस से निपटने के लिए ऐतिहातन सरकार ने प्रभावित शहर मुंबई, ठाणे, नवी मुंबई, पुणे, पिंपरी चिंचवड़ और नागपुर में सिनेमा थियेटर, जिम, नाट्यगृह और स्विमिंग पूल को पूरी तरह से बंद कर दी है। साथ ही सभी निजी कंपनियों को हिदायत दी है. कि यदि संभव है तो कर्मचारियों को घर से काम (वर्क फ्रॉम होम) करने की सहूलियत दें। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को विधानसभा में यह जानकारी दी। बाद में पत्रकारों को जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि पुणे में कोरोना के प्रकोप को देखते हुए पिंपरी चिंचवड़ में 10 वी और 12 वी को छोड़कर सभी स्कूल कालेज 30 मार्च तक बंद रहेंगे। शुक्रवार रात 12 बजे से यह लागू होगा जबतक सरकार का अगला निर्देश नहीं आता है सभी निर्णय प्रभावी रहेंगे। महामारी कानून के तहत सरकार ने यह निर्णय लिया है।
उद्धव ने कहा की राज्य में अबतक कुल 17 मरीज सामने आएं हैं। मुंबई में 3 , पुणे में 10 , ठाणे में 1 और नागपुर में 3 मरीजों का इलाज शुरू है। सभी मरीज खतरे से बाहर हैंगंभीर और पैनिक होने की स्थिति नहीं है। सिर्फ सावधानी बरतने की आवशयकता है। अनावश्यकत घर से बाहर नहीं निकलें और जरुरी नहीं है तो शॉपिंग मॉल, ट्रेन तथा बस में यातायात ना करें। भीड़भाड़ की जगहों पर जाने से बचें . राज्य में तमाम कार्यक्रम, सभा, उद्घाटन, समारोह आदि को रद्द किया गया है।
ऐसे निजी कार्यक्रमों को भी अनुमति नहीं दी जाएगी यदि किसी अधिकारी ने दी तो करवाई होगी। उन्होंने कहा कि रेलवे और बस अत्यावश्यक सेवा है। इसे रोकना उचित नहीं है लेकिन जनता से अपील है। अनावश्यक यातयात से बचें इस बीमारी का इलाज सावधानी ही है
ऐतिहात बरतें और खुद बिमारी से बचे। लोगों को डरने की जरुरत नहीं है दुबई से लौटे यात्रियों में कोरोना की संभावना अधिक उद्धव ठाकरे ने कहा कि राज्य में दुबई से आये हुए लोगों में कोरोना के प्रमाण ज्यादा मिल रहे हैं। केंद्र सरकार ने जिन देशों की सूचि बनाई है। वहां से आने वालों की बराबर जांच की जा रही है। लेकिन जाँच में यह बात भी सामने आई है कि दुबई से आने वालों में उक्त बीमारी का प्रमाण अधिक है। केंद्र सरकार को यह जानकारी देंगे।'