विधानसभा उपाध्यक्ष पद पर भाजपा की दावेदारी


बेंगलूरु, विधानसभा में स्पष्ट बहुमत हासिल कर चुकी भाजपा अब सदन में उपाध्यक्ष पद पर दावेदारी करने की योजना बना रही है। विधानसभा में भाजपा के पास 117 विधायक हैं तथा दो निर्दलियों का भी समर्थन प्राप्त है। इसी कारण बजट सत्र के दौरान भाजपा के विधानसभा उपाध्यक्ष पद पर दावेदारी पेश करने की संभावना है। कांग्रेस के कृष्णा रेड्डी अभी विधानसभा के उपाध्यक्ष हैं। सूत्रों की मानें तो मौजूदा सदन में संख्या बल भाजपा के पक्ष में होने के कारण कृष्णा रेड्डी स्वयं त्यागपत्र दे सकते हैं। अगर वे त्यागपत्र नहीं देते हैं तो सत्तासीन भाजपा के उनके खिलाफ बजट सत्र के दौरान ही अविश्वास प्रस्ताव लाने की संभावना है। सदन में स्पष्ट बहुमत होने के कारण भाजपा इस पद पर आसानी से जीत हासिल कर सकती है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री बीएस येडियूरप्पा ने विधानसभा के उपाध्यक्ष के साथ मुलाकात की और उन्हें भाजपा की दावेदारी से अवगत कराया है।


ऐसे में अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने के बदले कृष्णा रेड्डी के स्वयं ही पद से त्यागपत्र देने के आसार नजर आ रहे हैं। उल्लेखनीय है कि अविश्वास प्रस्ताव को लेकर 14 दिन पहले नोटिस देना अनिवार्य है। आमतौर पर सदन में विधायकों का संख्याबल देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष तथा उपाध्यक्ष अविश्वास प्रस्ताव का सामना करने के बदले स्वयं ही त्यागपत्र देते है। राज्य के इतिहास में विधानसभा अध्यक्ष या उपाध्यक्ष को अविश्वास प्रस्ताव लाकर पद से हटाए जाने के मामले बहुत कम है। विधानसभा के उपाध्यक्ष पद के लिए बेलगावी जिले के विधायक आनंद मामनी ने मुख्यमंत्री बीएस यडियूरप्पा के पास दावेदारी पेश की है।